प्रश्न - समास किसे कहते हैं ?
उत्तर- समास का अर्थ है -'संक्षिप्तीकरण' । दो या दो से अधिक पदों या शब्दों के योग को समास कहते हैं । जिन पदों या शब्दों के योग से समास बना है ,उनमें से पहले पद को पूर्व पद और दूसरे पद को उत्तर पद कहते हैं ।
अतः दो या अधिक पदों का अपने विभक्ति- चिन्हों या अन्य प्रत्ययों को विलुप्तकर आपस में मिल जाना ही , समास है।
समास होने के पहले पदों के रूप को 'समास विग्रह' कहा जाता है। समास होने के बाद बने संक्षिप्त रूप को 'समस्त पद' कहते हैं।
उदाहरण -
1. मोहन पथ से भ्रष्ट हो चुका है ।
2. मोहन पथभ्रष्ट हो चुका है।
उपर्युक्त पहले उदाहरण में पथ से भ्रष्ट समास विग्रह है ( पदों का विखरा हुआ रूप) और दूसरे उदाहरण में पथभृष्ट सामासिक पद (समस्तपद) है , जो विभक्तियों के लोप होने के बाद दोनों पदों के आपस में मिल जाने के बाद बना है।
नीचे कुछ समास विग्रह और समस्त पदों के उदाहरण दिए गए हैं -
जैसे-
शक्ति के अनुसार - यथाशक्ति (यहाँ पर विभक्ति चिन्ह 'के' का लोप होकर यथाशक्ति बना )
नीला कमल - नीलकमल (यहाँ पर 'आ' प्रत्यय का लोप होकर नीलकमल बना )
चार राहों का समूह - चौराहा (यहाँ पर संक्षेप होकर चौराहा बना )
पीला अम्बर - पीताम्बर( यहाँ दो पद पीला और अम्बर मिलकर पीताम्बर बना )
नाक और कान - नाक-कान ( यहाँ दो पद के मध्य 'और' को हटाकर नाक-कान बना )
उत्तर- समास का अर्थ है -'संक्षिप्तीकरण' । दो या दो से अधिक पदों या शब्दों के योग को समास कहते हैं । जिन पदों या शब्दों के योग से समास बना है ,उनमें से पहले पद को पूर्व पद और दूसरे पद को उत्तर पद कहते हैं ।
अतः दो या अधिक पदों का अपने विभक्ति- चिन्हों या अन्य प्रत्ययों को विलुप्तकर आपस में मिल जाना ही , समास है।
समास होने के पहले पदों के रूप को 'समास विग्रह' कहा जाता है। समास होने के बाद बने संक्षिप्त रूप को 'समस्त पद' कहते हैं।
उदाहरण -
1. मोहन पथ से भ्रष्ट हो चुका है ।
2. मोहन पथभ्रष्ट हो चुका है।
उपर्युक्त पहले उदाहरण में पथ से भ्रष्ट समास विग्रह है ( पदों का विखरा हुआ रूप) और दूसरे उदाहरण में पथभृष्ट सामासिक पद (समस्तपद) है , जो विभक्तियों के लोप होने के बाद दोनों पदों के आपस में मिल जाने के बाद बना है।
नीचे कुछ समास विग्रह और समस्त पदों के उदाहरण दिए गए हैं -
जैसे-
शक्ति के अनुसार - यथाशक्ति (यहाँ पर विभक्ति चिन्ह 'के' का लोप होकर यथाशक्ति बना )
नीला कमल - नीलकमल (यहाँ पर 'आ' प्रत्यय का लोप होकर नीलकमल बना )
चार राहों का समूह - चौराहा (यहाँ पर संक्षेप होकर चौराहा बना )
पीला अम्बर - पीताम्बर( यहाँ दो पद पीला और अम्बर मिलकर पीताम्बर बना )
नाक और कान - नाक-कान ( यहाँ दो पद के मध्य 'और' को हटाकर नाक-कान बना )